हमारे देश के उन जवानों को भी इनकम टैक्स देना पड़ता है जो सरहद पर देश की रक्षा करते हैं। बिना ये सोचे कि उनके शहीद होने के बाद उनके परिवार का क्या होगा। जबकि एक सांसद और विधायक को मिलने वाले वेतन और भत्तों पर किसी प्रकार का टैक्स नहीं है। ये ही नहीं वो यदि कोई सरकारी मीटिंग करते हैं तो उसकी भी दिहाड़ी हजारों रुपए में होती है। जिस देश के नेताओं को इतनी सुविधाए मिलेगी वहां पर किसान तो आत्महत्या कों मजबूर होगा ही । वाह रे राजनीति