बुरा उसे कहना नहीं है क्या हुआ अगर मेरी नहीं है। चाहा उसने भी नहीं है क्या करें अब अगर पहले जैसा नहीं है । तस्वीरें देख लेता हूँ कपड़े पहन लेता हूँ उसके दिए हुए मैसेज पड़ लेता हूं अब इससे ज़्यादा मेरे पास कुछ बचा नहीं है । रिश्ता खत्म हुआ तो मुस्कुराते हुए हुआ है । वो मुझे देख कर मुँह फिरा ले इतना भी गिला और बुरा नहीं है। एक शख्स ही माँगा था मैंने तो बस बाकी ज़िन्दगी से कोई गिला नहीं है ।