#एक-सवाल-अपनों-से मुसलमां गलत तो , कलाम जी कैसे ? हिन्दू गलत तो , विवेकानन्द जी कैसे ? सारा जमाना गलत तो , आपसब कैसे ? सब टुकड़ों में बँटें हो तो , ये हिंदुस्तान कैसे ? अनेकता में एकता , हिंदुस्तान की विशेषता सब का भारत , सबके लिए भारत #भारत #विरोध #इंडिया #शाहीनबाग #दिल्ली #राजनीति #देशप्रेम #राष्ट्रप्रेम