जिस बाग़ का फूल हूं उसकी महक बेमिसाल कौन रखेगा। जिसने मुझे सींचा उस बागबान को खुशहाल कौन रखेगा। ये इश्क-ओ-मोहब्बत में जान देना फ़िज़ूल समझता हूं मैं। ग़र मैं ना रहा तो मेरी मां का ख्याल कौन रखेगा। #cinemagraph #zaheen #zaheenquotes #zaheenshayri #drzaheen #maa #maashayri #happiness