Nojoto: Largest Storytelling Platform

हर मोड़ पर मिल जाती है यादें तेरी जहां भी तेरे चेह

हर मोड़ पर मिल जाती है यादें तेरी
जहां भी तेरे चेहरे का दीदार हुआ था
याद है पहली बार जब खत दिया था तुमने
उसपर अपने यकीन का ऐतबार लिखा था
खत आज भी वैसे ही संभाल कर रखा है हमने 
जिसपर तुमने बिखरती जिंदगी का इम्तिहान लिखा था
कोरे कागज़ का मोल नही होता उसपर लिखे शब्दों के बिना
बेमतलब सा हो जाता है अक्सर वो कागज अर्थों के बिना
जज़्बात लिखकर तुमने उसे मेरे दिल के करीब पहुंचा दिया 
कोरे कागज़ के शब्द कोरे थे गुजरते वक्त ने मुझे यह समझा दिया

©शिवम् सिंह भूमि
  खत