*मन तो भर चुका है उनका फिर भी* *हमारे जज़्बातों के साथ खेले जा रहे हैं।* *हम भी उब चुके हैं ज़िन्दगी से साहब* *बस मौत तक इसे धकेले जा रहे हैं* #मन तो भर चुका है उनका फिर भी* *हमारे #जज़्बातों के साथ खेले जा रहे हैं। *हम भी उब चुके हैं ज़िन्दगी से #साहब *बस #मौत तक इसे धकेले जा रहे हैं* #yqbaba #yqdidi #nishantjha