"इन दिनों " कुछ भी नहीं है ख़ास इन दिनों जो तुम नही हो पास इन दिनो लोगों का जमघट है आसपास मगर फिर भी है ख़ालीपन इन दिनों अनगिनत चेहरों से मुलाक़ात होती है मगर तुम नही मिलते हो इन दिनों वेणी सी आवाजें गूंजती है फ़िज़ा में एक तेरी ही आवाज़ नही है इन दिनों धरती हरियाली से सुसज्जित है इन दिनों बिना तुम्हारे सब पतझड़ सा है इन दिनों महफ़िल में मुस्का लेते हैं मगर खुल के हँसने वाली बात नहीं है दिन दिनों वक़्त भी ठहरा सा है मौसम भी उदास सा है इन दिनों फ़ोन आते है बातें भी होती है आया नही है एक तेरा फोन इन दिनों इन दिनों #yqbaba #yqdidi #shyari #lovequotes #youaretheone #rekhta #jaani