सोचा था नहीं लिखूंगा अब से तकलीफ होती है... कही न कही खुद की सोच और दिल को ठेस पहुँचती है समझने में एक अलग सी पीड़ा होती है... मैं नहीं जानता एल्विस यादव को या फिर आमिर सिद्दीकी को और न ही जानना चाहता हु कैरी मिनाती (Carry Minati) और फैसु जैसे व्यक्तित्व को यह कैसा इन्फ्लुएंसर है जो आगे आगे माँ-बहन-बेटियों की आवाज़ बुलंद करते है और पीठ पीछे उसकी ही गाली देने मै जरा सा संकोच नहीं करते शर्म आती है इस घिन्न-नोने समाज पर जो आज कल ट्रेंड कर रहा है यूट्यूब और टिक्टक का यह अलग ही लफड़ा है #drjyotishwrites #youtubevstiktok क्या आपको पता है आप क्या बोल रहे हो कभी उसे पर ध्यान दिया है? Youngsters... न्यूज़ पेपर से ले कर टीवी के ब्रेकिंग न्यूज़ तक आज इनके ही चर्चाए है क्या यही हमारे भविस्य के रियल इन्फ्लुएंसर है ? कुछ दिन पहले यही आमिर थे जो लकड़ियों के लिए आवाज़ उठाई थी टिक्टक से जो माँ की गन्दी गन्दी गाली दे रहे है उनकी लीक रिकॉर्डिंग में