हमसे दूर जाओगे कैसे, तेरी तारीफ में लिखूं पर, तेरी तारीफ में क्या लिखूं... एक खत लिखूं तेरे नाम ,तूझे प्यार से सलाम लिखुं !! तु है बेचैनियों का सबब,तूझे ही अराम लिखूं... जो कभी ख़त्म न हो, ऐसा कोई अन्जाम लिखूं !! तेरी आँखों को मैं जाने वफ़ा, मेय लिखूं जाम लिखु... तुझको लिखूं मैं नगीना ,सारी दुनिया को आम लिखुं !! कुदरत की बख्शी नियामत,खुदा का इनाम लिखुं... मेरी जिन्दगी हो तुझ से रोशन,तूझे जिन्दगी की शाम लिखुं !! ले कर मैं कागज़ और कलम,तेरा नाम लिखूं मेरा नाम लिखुं.. तुझ को मैं ऐ जाने बफा,अपना दिल अपनी जान लिखूं !! Teri tareef me likhu pr.. Teri tareef me kya likhu Ek khat likhu tere naam or Tujhe pyar se salam likhu Tu hai bechainiyo ka sabab Tujhe hi araam likhu Kahani jo kabhi khatm na ho Aisa koi anjaam likhu...