यूँ ही नहीं मिली आज़ादी (Read in Caption) यूँ ही नहीं मिली आज़ादी हम को बड़ी लम्बी इसकी कहानी है, भारत माँ ने अपने आंचल में सपूतों के रक्त को संभाली है। आज़ादी के खातिर वीरों ने लम्बी लड़ी लड़ाई थी, भारत माँ के लाखों वीरों ने अपने प्राणों की देदी कुर्वानी थी। तब...15 अगस्त (1947) के मध्यरात्री आज़ादी पायी थी।