गुलशन खाली है आजकल मेरा नूर जो रूठा है निगाहें सवाली हैं आजकल मेरा नूर जो रूठा है फलक,सितारे, चांद,और ना जाने क्या - क्या हैं सारे बवाली हैं आजकल मेरा नूर जो रूठा है © हर्षित पांडेय "काल्पनिक" गुलशन खाली है आजकल मेरा नूर जो रूठा है निगाहें सवाली हैं आजकल मेरा नूर जो रूठा है फलक,सितारे, चांद,और ना जाने क्या - क्या हैं सारे बवाली हैं आजकल मेरा नूर जो रूठा है © हर्षित पांडेय "काल्पनिक" #harshit_kalpanik_pandey