जब से तुम गए हिज़ारत पर वस्ल की उम्मीद ख़त्म हो गई।। फिर भी कर रहा हूं हिफाज़त जो अधूरा इश्क़ तुम कर गई।। भुला भी देता तेरे अधूरे इश्क को पर तुम इंतज़ार करना,कह के गई।। स्वप्न में भी न तुझे कभी न कहा फिर क्यू आंखों से ओझल हो गई।। अभिषेक क्षितिज ©अभिषेक क्षितिज #nojoto #nojotohindi #नोजोतोहिन्दी #नोजोटो #हिंदी #hindiwritter @nojoto @nojoto