मौत के आलिंगनों से मोह माया का मिटा गाँव के गलियारों से ले जाते कांधों पे बिठा देखता वो दूर से उजड़ते सिंदूर को जान पाया आज वो जिंदगी के दस्तूर को मिल जायेगा तन यूँ ही धरती के आंचल में रम जायेगा मन श्री प्रभु के प्रांगण में आँचल से कफन तक का दौर जिंदगी हैं देख पाया आज वो बड़ी छोटी जिंदगी है फिर आयेगा नया सवेरा नया जीवन कोख में होगा कहीं गूँजेगी किलकारी तो कहीं कोई शोक में होगा फिर देखता आँखों से दुनिया का वो स्वाद नया पल में अभी गुजरा ही था के दे दिया रिश्ता नया । जो कमाया जो बनाया जो रचाया पहले कभी मर के उसके हाथ न आया अंगूर खट्टे लगे सभी । छोटी सी जिंदगी से क्या शिकायत करे रहना है खुश तो कोशिश इकट्ठे करे सभी। #ravikirtikikalamse #ravikirti_shayari #ravikirti_poetry #maut #dard_hoga #lifelessons #darkeaagejeethai #ravikirtimotivationalquotes