बेखुदी की राह मे पता ही ना चला हम कहाँ इतने बुरे हो गए। सब सही करने की कोशिश मे हम कहाँ गलत हो गए। याद करूँ उस मंज़र को तो आँशु निकल आते है। पता नही मेहफिल मे हम क्यूँ बुरे बन जाते है। तेरी याद मे हमने भी बहुत धक्के खाये है। कभी अपनो मे पराया और परायो मे अपने नज़र आये है। इतनी बड़ी महफ़िल मे पता नही हम कहाँ बैठे जो इतनो को हम बुरे नज़र आये है। 😢😢😢😢😢😢😢😢 ©Fiyanshu yadav #Bura #Love #Pyar #pyaar #Dil #mahafil #udas