श्री कृष्ण भगवान के बड़े भाई बलराम शेषनाग अवतारी। विष्णु के अवतार हैं हमारे मुरली मोहन कुंज बिहारी। एक गदाधारी तो दूजा चक्रधारी दोनों की महिमा निराली। एक दूजे का साथ देते रहते हमेशा जाने दुनिया सारी। बलराम की माता रोहिणी और कृष्ण की माता यशोदा। दोनों ही माताएं थी दोनों भाइयों को जान से प्यारी। एक को भाता नीलांबर तो दूसरे को सुहाता पितांबर। एक शक्ति का प्रतीक कहलाता एक प्रेम का प्रतीक । बलराम का जन्मदिवस हलशष्टी के रूप में मनाया जाता। कृष्ण का जन्म दिवस जन्माष्टमी के नाम से जाना जाता। हरदम बलदाऊ कृष्ण का ही पक्ष लेते बड़े होने का फर्ज निभाते। कृष्ण जब करते शरारतें तो मैया के क्रोध से भी वही बचाते। बलराम रेवती संग ब्याह रचाए कृष्ण रुक्मणी को रानी बनाए। कृष्ण के संग मथुरा जाकर कंस के अत्याचार से भी बचाएं। दोनों की जोड़ी बहुत ही न्यारी और बहुत ही प्यारी है। हर युग में रहते हैं संग संग दोनों की लीला बहुत निराली है। -"Ek Soch" #krishna #balramkrishna #good #writer #yqbaba #yqdidi #yqbaba This is your random topic for halshasthi. #YourQuoteAndMine Collaborating with Competitions @ Mitali