नन्ही चिड़िया जिसके पंख नीले गगन को छूने तत्पर रहते है, हर वक़्त नई राह तलाशते, नई मंज़िल की ओर बढ़ते, जिसके नन्हे पंजे कभी एक डाल पर ना रुकते। आज वो चिड़िया गुमसुम है, आज भी उससे उड़ना है पर, आज चारों ओर से कोई रुकावट रोके है उसे, आज वो कैद है , "पिंजरे" में । #गगन#पंख#तलाश#पिंजरा#infinity