बेकाबू भावना तथा नासमझी में बने संबंधों को प्रेम के रूप में परिभाषित करना ना तो आपके लिए उचित है और न हीं समाज के लिए " ©Suresh Kushwah #first_quote #Love #beginning #Love #lovequotes #follow4followback #Beginners #lust #oneliner