Nojoto: Largest Storytelling Platform

स्वीकार अस्वीकार का भार नही राधे!ये प्रेम है व्या

स्वीकार अस्वीकार का भार नही 
राधे!ये प्रेम है व्यापार नही
बस बैठ तुम्हारा ध्यान करूं
तुमको पाकर खुद पर  अभिमान करूं
कुछ हक चाहे ना दो मुझको
पर यादों में जगह बनाने दो
गर प्यार तुम्हे भी है मुझसे
चेहरे पर प्यारी मुस्कान को आने दो।

©SUMAN GAHLOT
  #प्रेम स्वीकृति...
sumangahlot6687

SUMAN GAHLOT

New Creator

#प्रेम स्वीकृति... #कविता

108 Views