भरोसे को इस कदर तुमने बनाये रखा जैसे कोई महबूब के तोहफे को सजाए रखा शाम होने को थी तो दिया जलाए रखा तेरे इंतज़ार में मैंने पलकें बिछाए रखा मेरी रोई सी आंखों पर कभी तो तरस खाओगे मुझे मालूम है इक दिन मेरे दहलीज आओगे #Night #alone #sad #Broken #girl