रंग सहर का चढ़ जाने दे बन कर आज गुलाल इत्र इश्क़ का ऐसे महके नाचे रूह धमाल पैरों पर परवाज़ पश्म हो, सूफ़ नूर का महके आफ़ताब बन कर यूँ तेरा इश्क़ इलाही दहके आसमान में बन जाऊँ औऱ फिर ना रहे मलाल इत्र इश्क़ का ऐसे महके नाचे रूह धमाल दरिया बन जाने दे मुझको आज उफ़क़ को पी जाऊँ हर लम्हा यूँ जी ले मुझको और वक़्त मैं जी जाऊँ साज खलाओं की ज़ुम्बिश में ऐसा करें कमाल इत्र इश्क़ का ऐसे महके नाचे रूह धमाल रूह रवानी बन कर मेरी ज़ानिब तेरे हो जाए तुझ में मुझ में फ़र्क रहे ना ऐसे तुझ में खो जाए एक रज़ा हो ,एक सफ़र हो, तेरा मेरा जमाल इत्र इश्क़ का ऐसे महके नाचे रूह धमाल ~ इत्र इश्क़ का ©Mo k sh K an #zen #faith #loveandlight #mokshkan #sufi #tassavuf #prayer