White इन इमारतों में बसने वाले कमाल के खुदगर्ज गलियारे बड़े महंगे लोन की आसान किस्तें हाथ खींचने को मजबूर खास रिश्ते मृगतृष्णा सी उलझन में हैं जरूरत सिर पर छत की कर्ज चुकाने तक ईमारत हो जाती है कमजोर पुरानी भी सबसे ऊंची छत दूर उतनी ही है आसमान से जितनी दूरी दिखती है आसमान की खाली मैदानों से सम्पत्ति के मापदंडो पर फ्लैट लंबे समय तक खरे नहीं उतरते जमीनों को बेचकर लोग इस मकड़ जाल से रहते हैं उलझते ©Babli Gurjar मृगतृष्णा