#कौन_हूँ? वो पूछते हैं मुझे कि मैं तेरा कौन हूँ! है जवाब मगर, तुझे सोचकर मौन हूँ!! किनारे किये जाते हैं उनको राह देने, जैसे उनकी बातें सवाया, मैं पौन हूँ!! उनको मानता हैं जमाना ताज सरीखा, मैं जिंदगी की पुरानी कहानी गौन हूँ!! मीठी बोलियों से मन को भरमाते वो, मैं कडवी दवा हूँ, नीम का दतौन हूँ!! किस्सागोई से कुछ हासिल नहीं गिरीश, मानकर यही अरमानों का करता दौन हूँ!! #गिरीश 25.07.2019 पौन – तीन चौथाई गौन – तुलना में कम होना दतौन – दातुन दौन – दमन कौन हूँ