आज़ ना वो अपनापन था, ना वो प्यार भरी बाते थी.... ना दिन सून हरा था , ना हीं वों हसीऩ राँत़े थी.... ना आँखो में आँसू थे, ना हीं चेह़रेपे मुस्कान थी.... बस्स़ वो़ अकेला़पऩ था आौर मऩ में तुम्हारे यादोंक़ी भिड़ थी.... #purva #अकेलापन #alonequotes #quotes