बांट कर खुदको हिस्सों मे हो गया वो तन्हा किसी ने जिंदगी को बहुत झूठ जिया था बर्बाद गुलिस्तां को थी कांटों की जरूरत किसी आशिक ने इश्क का सबूत दिया था #सबूत #वत्स #vatsa #dsvatsa #illiteratepoet #vatsapoet #hindvi #hindishayari