कान्हा, कृष्ण, राधे ,श्याम, कई अनेकों उनके नाम, गोपी चाहे, मीरा चाहे, पर है वो राधा का शाम, रास रचाए , बंसी बजाए, करे आनोेखे क़ाम, माखन चोर, गोकुल की गालियों में गूँजता उनका शोर,कन्स विनाशी, किशन कन्हैया कहलाये मटकी फोड़ | ~ राखी🙏 #janmashtami #Krishna