थक कर बैठ गया हूं भले आज, चलते चलते ठोकर भी खाई हैं, संभाला है खुदको हमेशा खुदसे, राह में चाहे जितनी भी बाधाएं आईं हैं, निश्चित है लक्ष्य को पाना मेरा। ये कोई अंत नहीं है गिर जाना मेरा।। ©Nitin Sharma NiSn #गिरजाना #लक्ष्य #रुकावटें #अंतनहीं