मैं खूब जानता था रकीबों की वज़्म है । उसने बुलाबा भेजा तो आना पड़ा मुझे । लब थरथरा रहे थे नमी आँख में थी पर । जिद पे वो अड़ गये थे तो गाना पड़ा मुझे । ©kavi Rajan Bhadauriya #जाना_पड़ा_मुझे Sudha Tripathi