तुझे देखने को अक्सर मैं बेताब रहता हूँ, लब खामोश रहते हैं पर आँखों से कहता हूँ आसान कहाँ है इक आशिक की जिंदगी.. मैें रोज़ अपनी मोहब्बत को किसी और का होते देखता हूँ।। जानी बेवफा