**आदिदेव नमस्तुभ्यं प्रसीद मम् भास्कर दिवाकर नमस्तुभ्यं प्रभाकर नमोस्तुते ** अर्थ--- हे आदिदेव आपको मेरा प्रणाम है, हे मेरे भास्कर दिवाकर प्रसन्न हों आपको मेरा प्रणाम है , प्रभाकर आपको मेरा नमस्कार है.. **जो स्वयं उर्जा का स्तोत्र है जो दृष्टि का मूल उद्देश्य है, जो है अचल, अटल भू पालक, जो अतुलनीय है जो है सर्व जीव का एकमेव जीवन दायक, स्वयं परमात्मा का परिचायक, उस साक्षात ईश्वर को मेरा हृदय से है अनंत नमन, नमन, नमन🙏🙏 **..!!NAJ📝 #NAJ