ये वो दौर है जिसमें सब हो रहा है ..... उस गरीब के जख्मों से रिसता ये नमकीन पसीना, ना जाने हमारे जायके का हिस्सा कब हो रहा है ... ये दौड़, हमाम में नंगे खड़े हम और सामने सब हो रहा है ..... मैं मस्जिद तुम मंदिर तोडो करवा दूसरों का कत्ल हमसे, हममें से हीं कोई चुपके से आज हमारा रब हो रहा है.... यथार्थ आंखो के सामने नंगा हो गया हांजी यहां सब हो रहा है.... पराई नारी की इज्जत गई तो चाय पे चुस्कियों संग चर्चा की जख्मी सिना लिए सड़कों पे है आज अपनों हीं संग घटित जब हो रहा है.... यही वो दौड़ है, मानो न मानो जिसमें सब हो रहा है.... #अंधकानून #delayedjustice # justiceforpriyanka #madhusudanmohit