ये चूड़ियाँ, सिंदूर, मंगलसूत्र, काजल, बिदियाँ, पायल बाजार से खरीदे व बेके जा सकते है किन्तु प्रेम नही । ये सब एक सुहागन की निशानी तो हो सकते है, किन्तु प्रेमी की नही । प्रेम तो वो नायाब तोहफा है,जो नसीब से मिलता है। प्रेम वो गहना है जो श्रृंगार के बिना भी आपको बेहद खूबसूरत बनाता है। ©Hema Shakya #Shrangaar #true_love #hemashakyaquotes #hemashakyastories #hemashakya कवि आलोक मिश्र "दीपक"