अक्सर या तो इंसान का गुनाह साबित करती है या बेगुनाही ना साबित कर पाने की बेबसी। - अदिती कपीश अग्रवाल ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1015 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।