मुस्कुराते चेहरे साजिश का इशारा करते
अपने भी मुफ़्लिसी मै अब किनारा करते
मुझे तो मारी है दुनिया ने भी ऐसी ठोकर
ज़ख्म पर हंसते है ये फिर से दोबारा करते
मेने रिश्तों की तिजारत मै मुनाफा चाहा
इनकी औकात यही है कि खसारा करते #Shayari#gazal#nojotoapp#nojototeam#irfansaeed