सूर्योदय से सर्वोदय होने तक, वृत्त परिधि की परछाई तक। निरक्षर से साक्षर हो जाने तक, नि: शब्द; शब्द कहे जाने तक। अखंडता देश में आ जाने तक, विश्व गुरु फिर से बन जाने तक। हिंदी बने राष्ट्र भाषा, ज्ञान की बने सारथी। जय हिन्दी, जय हिन्द, जय मां विश्व भारती।। #Hindidiwas #विश्व_गुरु_भारत #राष्ट्र_भाषा