मेरे अल्फाजो की नहीं जज्बातो की कद्र करना क्योंकि जज्बात मनुष्य के ह्र्दय के वास्तविक भाव होते है,जबकि अक्सर अल्फाजो पर दिखावे और मक्कारी की झूठी परत चढी रहती है। अमर' अरमान' सत्य वचन