जहाँ तक देखती हूँ तुम ही तुम हो इतना खारे हो की सभी तुमसे रखते दूर कदम है नील गगन की छाव तुम पर हरदम हैं तुम जीते हो मस्त हवाओं में अपने लिए ये खुशियाँ क्या कम है न कोई फिक्र न कोई डर तुमको रोक पाती हैं तुम में आकर सभी नदियां मिल जाती हैं उठतीं लोल लहरें भी तुममें शांत नज़र आती हैं ©heartlessrj1297 #sagerkivishaltha#heartlessrj1297#nojotonews#nojotohindi #nojototending#nojotoenglish#nojotooctobercreatour