हे नायब दुनिया के नायब परिन्दे। खुद के अहम में तुमने अपने ईश को भुला दिया। मांगो रे भीख अपने ईश के चरणों में शीश नवा कर। उसी के चरणों में तेरे अस्तित्व की रक्षा हैं। अब भी वक्त है सम्भल जा रे परिंदे। नही तो वक्त ,बेवक्त , तू भी ख़ाक होता नजर आएगा। #प्रकृति की ओर लौटो ©SAURABH YADAV #प्रकृति_की_ओर_लौटो