जीने की इक आस बंधा देती है, धड़कते हुए दिल की रफ्तार बड़ा देती है, जलते हुए परवाने का हर गम मिटा देती है, तो कभी अमावस में पुनम के चांद को देखने की तलब बड़ा देती है।। ज़रा सी रोशनी भी, उजाला ख़ूब करती है... #रोशनी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #myownmusings #bhataktahuashaayar