दिल लगने आतुर ही रहता प्यार में, यही रिश्ता सबसे मजबूत संसार में । इसमें दिल लगता साज़ संवार में, मन खिला उठता तकरार मनुहार में ।। हर इन्सान अपनी ज़िन्दगी में ख़ुशी चाहता है मगर सबको कहाँ नसीब है ख़ुशी कोई ख़ुशी के मामले में अमीर है तो कोई गरीब है काश!ख़ुशियाँ बाजार में मिलती तो इक खरीदार हम भी होते यूँ ही गम को ना बिछाते और