वो तो दिवानी थी मुझे तन्हां छोड़ गई; खुद न रुकी तो अपना साया छोड़ गई; दुख न सही गम इस बात का है; आंखो से करके वादा होंठो से तोड़ गई। By- Rahul Kavi Aakho Se krke waada Otho se tod gyi..