तुझसे जो था वो सच्ची मोहब्बत थी वो दिल से निकली पाक जज्बात थी वो बेखुदी में हुआ जो मुलाकात थी वो तेरे जिस्म से लिपटी चाँदनी रात थी मेरे प्यार की वो रूहानी सौगात थी यकीन मानो, वो नाटक नहीं हकीक़त थी OPEN FOR COLLAB 😁 #ATनाटकनहीं • A Challenge by Aesthetic Thoughts! 💚 आज विश्व रंगमंच दिवस है|🎭 तो इस चित्र को अपने मनमोहक शब्दों से सजाएं| Transliteration: Vo naatak nahi haqeeqat thi (It wasn't a drama, but reality)