वोह भी क्या मिलना था, ना थी वोह हसी, ना ही वोह मुस्कुराहट, ना वोह काली घनी रात, ना वोह पहली वालि बात। आख़िरी बार का मिलना अपना... #आख़िरीबारकामिलना #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi