बदरा(बादल्) छाए, मन ललचाए, मेरी कहानी ये बारिश सुनाए तड्क भडक बिज्ली की राग महक उठी मिट्टी से आज खुशबु कुछ बहके पल की आए छेडु जब पाक सुर तेरा ये मन सफ़ेद मोती बरसाए मेरी कहानी ये बारीश सुनाए! -मन से mere kahani ye baarish sunae #midnight#thougths#writersofinta#writersofnojoto#love#expressed