ग़म में जलना खुद चुना है, तो शिकायत कैसी, दिल ही जब दिल न रहा है, तो मोहब्बत कैसी..!! ये माना कि हमने कमाए हैं बहुत ही सिक्के, जो प्यार तेरा ही ना पाया है, तो दौलत कैसी..!! वैसे तो सब मेरे नाम से यहाँ जानते मुझको, जो तुमने ही ना पहचाना है, तो शोहरत कैसी..!! यार अपने भी कई जिंदगी में बनते रहे मगर, जो साथ तू ही ना आया है, तो शोहबत कैसी..!! यूँ तो खुदा भी सुन लेते हैं सब अर्जियां मेरी, जो तूने ही हमको न सुना है, तो इनायत कैसी..!! तुझपे लिखकर के मुझे "मतवाला" बनाया मैंने, जो तूने ही लिखा न समझा है, तो इबादत कैसी..!! खुद चुनी राह पर तो खुद ही चलना पड़ेगा.....भले ही वो #ग़म की राह ही क्यूँ न हो....😊 #udquotes #udghazals #yourquote #yourquotebaba #मोहब्बत #दिल