हाथों से मेरे फिसलती जा रही है ज़िन्दगी । ना जाने किस ओर ये ले जा रही है ज़िन्दगी ।। चाहें दर्द हो या फिर आगे मौत ही क्यों ना हो । बस चल रहा हूं जिस ओर ले जा रही है ज़िन्दगी ।। ना हक है इसपे और ना ही चलता है जोर मेरा । धीरे-धीरे जो मुझे निगलती जा रही है ज़िन्दगी ।। सोचा था वो समेट लेगा सबकुछ अपनी बाहों में । पर उससे तो और बिखरती जा रही है ज़िन्दगी ।। ना हिम्मत रही ना ही साहस रहा "प्रेम" अब । सांसों से मेरी जो बिछुड़ती जा रही है ज़िन्दगी ।। P.k.Shayar #nojotahindi #Nojoto #नोजोताहिन्दी #leftalone