नौ माह रखा कोख में, तब बना अस्तित्व हमारा, मेरे लिए वो ब्रम्हा है,है जिसने रचा सर्वस्व हमारा। पालन किया रखा, हर ख्याल हमारा, है मेरे लिए वो पालनकर्ता, जिसने पाला जिस्म हमारा। मेरी हर गलती को माफ़ किया,वो पार्वती सी ममता वाली, वो थी शिव पालन हारा। स्तुति से है मन नहीं भरता,वो माँ-पापा है ब्रम्हा, विष्णु ,महेश हमारा। माँ को आत्मार्पित 💜 अमर'अरमान' मेरा अस्तित्व मेरी माँ।