वो लम्हें जो अधूरे थे उनका होना भी ज़रूरी था। हम मिलकर बिछड़ गये हमारा बिछड़ना भी जरूरी था। यादें जो धुंधली पड़ गयी उनका मिटना भी ज़रूरी था। जो रिश्तों की उलझने थी उनका उलझना भी ज़रूरी था। अब जो मिलें हैं मुद्दतो बाद यूँ हमारा मिलना भी ज़रूरी था। poem #nojoto #tst #nojotohindi #nojotoofficial #nojotokhabri #nojotonews #kalakaksh #poem #thought #shayri #kaavyashala