पुरानी यादें आज भी, पीछा क़रतीं हैं भूलना चाहती हूँ पर भूलने नहीं देतीं वो प्यार की बातें पीछा क़रतीं हैं....! बहुत कोशिशें की वो सुहानी शाम नदी का किनारा और चंचल बहती हवाएँ... पीछा क़रतीं हैं...! वो जीने मरने की संग संग खाई गई कसमें.... वो छोटी छोटी तकरारें मनुहारें .... बिखरे ख़्वाब , दर्द बे-हिसाब पीछा क़रतीं हैं....! #यादें #नोजोटो हिंदी