रिश्तों में गर्माहट बनाये रखिए यह वो ठंड है, जो बर्दाश्त नहीं होती... रिश्ते महज़ औपचारिक रह गए, होठों को विस्तारित कर मुस्कान का रूप देदें तो क्या, आंखों से तो नेह नदारद है... मन आहत हो जाता है #kalpanamohanbhagwati # स्वरचित एवं मौलिक# sad# relationships#yqdidi#yqbaba#newwritersclub#yqhindiquotes #YourQuoteAndMine Collaborating with kalpana Mohan bhagwati #quotesbybatulhafiji #yqbaba