गुनाह मेरे हिज़्र को मेरे ही चराग़ से जला देना... मेरी हस्ती को मेरे ही हाथों से मिटा देना... मुअय्यन है एक दिन फ़ना होना... इश्क़ ग़र "गुनाह" है तो बेशक मुझे सजा देना...! मेरे हिज़्र को मेरे ही चराग़ से जला देना... मेरी हस्ती को मेरे ही हाथों से मिटा देना... मुअय्यन है एक दिन फ़ना होना... इश्क़ ग़र "गुनाह" है तो बेशक मुझे सजा देना...! ~Satya #गुनाह #nojoto #nojotoshayari #wordsoftheday #quoteswriters